बटलर कमेटी और हंटर कमेटी दोनों ही ब्रिटिश काल की महत्वपूर्ण समितियाँ थीं, लेकिन इनका गठन, उद्देश्य और कार्यक्षेत्र एकदम अलग था। UPSC दृष्टिकोण से इनका अंतर स्पष्ट समझना ज़रूरी है
1. हंटर कमेटी (Hunter Committee) – 1919
👉 गठन: 1919 में
👉 कारण: जलियांवाला बाग हत्याकांड की जाँच हेतु
👉 अध्यक्ष: लॉर्ड विलियम हंटर (Lord William Hunter)
👉 उद्देश्य:
🔹 मुख्य बिंदु:
- जलियांवाला बाग नरसंहार की निंदा की
- जनरल डायर के व्यवहार को अनुचित बताया, लेकिन उस पर कोई कठोर दंड नहीं दिया गया
- भारतीय जनता इस समिति की रिपोर्ट से असंतुष्ट रही
📌 UPSC दृष्टिकोण:
- जलियांवाला बाग कांड से जुड़ी समिति
- 1919 के रोलेट एक्ट और राष्ट्रीय आंदोलन की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण
बटलर कमेटी (Butler Committee) – 1927
👉 गठन: 1927 में
👉 कारण: भारत में रियासतों (Princely States) और ब्रिटिश सरकार के संबंधों को स्पष्ट करने हेतु
👉 अध्यक्ष: हारकोर्ट बटलर (Harcourt Butler)
👉 उद्देश्य:
- ब्रिटिश भारत और देशी रियासतों के बीच संबंधों की समीक्षा
- रियासतों की स्थिति को स्पष्ट करना कि वे भारत का हिस्सा हैं या नहीं
🔹 मुख्य बिंदु:
- रियासतें ब्रिटिश सम्राट की अधीन हैं, भारतीय सरकार की नहीं
- ब्रिटिश सम्राट ही उनका सर्वोच्च अधिकारी है
- केंद्र और रियासतों के बीच प्रत्यक्ष प्रशासनिक संबंध नहीं हो सकता
📌 UPSC दृष्टिकोण:
✅संविधान निर्माण और भारत के संघीय ढांचे की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण
✅भारतीय रियासतों की स्थिति और भविष्य की दृष्टि से अहम